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Cradled in the lap of mountains at the foothills of auspicious Trikuta, besides the river Tawi at an altitude of 1030 ft. is Jammu. This 'city of temples' has many places...
पाठ्यक्रम परिणाम
पहला सत्र
कोर्स कोड - PSHITC101
शीर्षक- भारतीय काव्यशास्त्र (क्रेडिट- 6)
इस विषय के माध्यम से विद्यार्थी भारतीय काव्यशास्त्र के बुनियादी सिद्धान्तों से अवगत हो सकेंगे।
कोर्स कोड - PSHITC102
शीर्षक - हिन्दी साहित्य का इतिहास (रीतिकाल तक) (क्रेडिट-6)
इसके अन्तर्गत विद्यार्थियों को हिन्दी साहित्य (रीतिकाल तक) के विभिन्न कालों के इतिहास का ज्ञान प्राप्त हो सकेगा।
कोर्स कोड- PSHITC103
शीर्षक - प्राचीन एवं भक्ति काव्य (क्रेडिट-6)
इस पाठ्यक्रम के अध्ययन से विद्यार्थियों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के बारे में जानकारी मिल
सकेगी। यह छात्रों को अपनी जड़ों से जुड़ने और भारतीय सामाजिक मूल्यों,मान्यताओं और परम्पराओं की समझ प्रदान कर
सकेगा।
कोर्स कोड-PSHITC104
शीर्षक- रीतिकालीन काव्य (क्रेडिट-6)
यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को रीतिकालीन काव्य के माध्यम से समकालीन भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक गतिशीलता, मुद्दों,
समस्याओं, विषयों और भावनाओं का पता लगाने और समझने में सहायक होगा । इसके माध्यम से समसामयिक काव्य का
विश्लेषण करने से आलोचनात्मक एवं विश्लेषणात्मक दृष्टि विकसित हो सकेगी। विद्यार्थी के विश्लेषणात्मक कौशल विकसित हो
सकेंगे। यह उनके भाषा कौशल, आलोचनात्मक सोच और सांस्कृतिक जागरुकता के साथ अनुसंधानात्मक दृष्टि विकसित करेगा।
दूसरा सत्र
कोर्स कोड - PSHITC201
शीर्षक- पाश्चात्य काव्यशास्त्र (क्रेडिट–6)
इस पाठ्यक्रम के अध्ययनोपरांत विद्यार्थी पाश्चात्य काव्यशास्त्र के बुनियादी सिद्धांतों को समझने में सक्षम हो सकेंगे। पश्चिमी
साहित्य की विविध परंपराओं, शैलियों और तकनीकियों से परिचित हो सकेंगे। विद्यार्थियों को हिंदी कविता में नए रूपों और
शैलियों का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जा सकेगा।
कोर्स कोड - PSHITC202
शीर्षक:- हिंदी साहित्य का इतिहास : आधुनिक काल (क्रेडिट-6)
विद्यार्थी हिंदी साहित्य के इतिहास एवं नवीन प्रवृतियों का ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे ।
कोर्स कोड - PSHITC203
शीर्षक - स्वतंत्रतापूर्व हिंदी कविता (क्रेडिट-6)
यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भ में अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा,
जिससे उन्हें उस युग की सामाजिक-राजनीतिक पृष्ठभूमि को समझने में मदद मिल सकेगी। यह पाठ्यक्रम स्वतंत्रता के लिए भारत
के संघर्ष पर एक अनूठा परिप्रेक्ष्य प्रदान करेगा, जिससे विद्यार्थियों में देश के इतिहास की गहरी समझ विकसित हो सकेगी।
कोर्स कोड - PSHITC204
शीर्षक- स्वातंत्र्योत्तर हिंदी कविता (क्रेडिट-6)
यह पाठ्यक्रम विद्यार्थी को भारतीय स्वतंत्रता के बाद के सामाजिक, राजनीतिक, और सांस्कृतिक परिवर्तनों को समझने में
सहायता कर सकेगा क्योंकि उस समय की कविता इन परिवर्तनों की गूंज है। विद्यार्थी विभिन्न कवियों जैसे नागार्जुन, मुक्तिबोध,
केदारनाथ सिंह आदि की रचनाओं के माध्यम से न केवल विचारों की विविधता से परिचित हो सकेंगे, बल्कि उन्हें व्यक्तिगत और
राष्ट्रीय अनुभवों की भी गहराई से समझ प्राप्त होगी। इसके अतिरिक्त, यह पाठ्यक्रम आलोचनात्मक और विश्लेषणात्मक क्षमताओं
को बढ़ाने में सहायक हो सकेगा, जिससे वे साहित्यिक कृतियों का विवेचनात्मक अध्ययन कर सकेंगे। इस अध्ययन के माध्यम से वे
स्वयं की रचनात्मकता को भी विकसित कर सकते हैं।
तीसरा सत्र
कोर्स कोड – PSHITC301
शीर्षक - भाषा विज्ञान (क्रेडिट-5)
इस पाठ्यक्रम के विद्यार्थी भाषा विज्ञान के विभिन्न सैद्धांतिक पहलुओं जैसे ध्वनिम, स्वनिम आदि का अध्ययन कर भाषा की मूल
पद्धति को समझ सकेंगे।
कोर्स कोड – PSHITC302
शीर्षक - हिंदी कथा साहित्य (क्रेडिट-5)
यह पाठ्यक्रम विद्यार्थी को सामाजिक, सांस्कृतिक विविधता के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद कर सकेगा।
कोर्स कोड – PSHITC303
शीर्षक - हिंदी निबंध और आलोचना (क्रेडिट-5)
इस पाठ्यक्रम के विद्यार्थी अपने चिंतन-मनन तथा अपने विचारों को हिंदी में प्रभावी ढंग से व्यक्त कर सकेंगे, जिससे उनके संचार
कौशल में वृद्धि हो सकेगी। आलोचना में साहित्यिक कार्यों का विश्लेषण और मूल्यांकन किया जा सकेगा। इससे विद्यार्थियों की
सोचने और विश्लेषण करने की क्षमताओं को बढ़ावा मिल सकेगा। हिंदी में विभिन्न विषयों पर लिखे गए निबंधों से भारतीय
संस्कृति, इतिहास और विभिन्न सामाजिक मुद्दों के बारे में जानकारी मिल सकेगी।
कोर्स कोड: PSHITC 304
शीर्षक - भारतीय साहित्य (क्रेडिट-5)
इस पाठ्यक्रम के अध्ययन के उपरांत विद्यार्थी भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को समूल जान सकेंगे।
इससे विद्यार्थियों में अपनी संस्कृति और परम्पराओं के प्रति सूक्ष्म दृष्टि विकसित हो सकेगी। भारतीय साहित्य पढ़ने से हिंदी
भाषा की व्यापक शब्दावली और उसे समझने की क्षमता बढ़ेगी, क्योंकि इसमें जटिल और विविध भाषा शैलियां होती हैं।
भारतीय साहित्य को व्याख्यायित एवम् विश्लेषित करना विद्यार्थियों में आलोचनात्मक सोच तथा विश्लेषणात्मक कौशल को
प्रोत्साहित करना है। विद्यार्थी अपनी जड़ों से जुड़ सकेंगे और अपने अस्तित्व के मूल तत्व का बोध कर सकेंगे। वे अपनी पहचान
और अपनेपन की भावना को विकसित कर पाने में सक्षम होंगे,जिससे विद्यार्थियों के ज्ञान कोश में वृद्धि हो सकेगी।
कोर्स कोड : PSHITC 305
शीर्षक - हिंदी साहित्य का सामान्य परिचय (क्रेडिट-4)
इस पाठ्यक्रम से विद्यार्थी हिंदी साहित्य और उसके सांस्कृतिक महत्व को गहराई से जान पाएंगे। यह भारतीय संस्कृति, इतिहास
और सामाजिक मूल्यों में अंतर्दृष्टि विकसित करने में मदद करेगा।
चौथा सत्र
कोर्स कोड: PSHITC401
शीर्षक - हिंदी नाटक एवं रंगमंच (क्रेडिट-5)
यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को शब्दावली सहित उनके हिन्दी भाषा कौशल-उच्चारण, विविध साहित्यिक तकनीकों एवं विषयों को
समझने तथा बेहतर बनाने में मदद कर सकेगा। रंगमंच समाज और संस्कृति का प्रतिबिंब है। इस दृष्टि से नाटक और रंगमंच
भारतीय संस्कृति, परंपराओं और सामाजिक विषयों पर अंतर्दृष्टि डाल सकने में सक्षम है। इससे नाटकों में अभिनय या स्क्रिप्ट
लिखने से भावनाओं और विचारों को प्रभावी ढंग से व्यक्त करने की क्षमता विकसित हो सकेगी, जो परीक्षाओं एवं दैनिक जीवन
के लिए मूल्यवान होगी। थिएटर में भाग लेने से आत्मविश्वास के साथ रचनात्मक कौशल को बढ़ावा मिल सकेगा।
कोर्स कोड: PSHITC402
शीर्षक - कथाकार प्रेमचंद (क्रेडिट-5)
यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों में भारत की सामाजिक और सांस्कृतिक अंर्तभूमि को अवलोकित कर सकेगा। प्रेमचंद का साहित्य
विद्यार्थियों के लिए अत्यधिक लाभप्रद हो सकेगा, क्योंकि यह उनके भाषा कौशल, सांस्कृतिक जागरुकता और विश्लेषणात्मक
क्षमताओं को बढ़ाने में सहायक होगा।
कोर्स कोड: PSHITC403
शीर्षक - लंबी कविता एवं हिंदी गजल (क्रेडिट-5)
इस पाठ्यक्रम से विद्यार्थी जीवन की दूरी को अनुभूत करने में सक्षम होंगे। लंबी कविताओं और गजलों को पढ़ने और उनका
विश्लेषण करने से शब्दावली, व्याकरण और वाक्यविन्यास सहित हिन्दी भाषा का अध्ययन करने से विद्यार्थियों को
आलोचनात्मक सोच और विश्लेषणात्मक कौशल विकसित करने में मदद मिलती है जो साहित्यिक ग्रंथों को समझने और व्याख्या
करने में सहायक साबित होते हैं।
कोर्स कोड: PSHITC404
शीर्षक - जनसंचार एवं अनुवाद (क्रेडिट-5)
यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों में हिंदी सहित उनकी भाषा क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकेगा, अनुवाद कौशल को परिष्कृत
कर सकेगा। पत्रकारिता, सामग्री लेखन, अनुवाद और मीडिया जैसे क्षेत्रों में रोजगार के विविध अवसर उपलब्ध कर सकेगा। यह
पाठ्यक्रम जनसंचार का अध्ययन विद्यार्थियों को प्रिंट से लेकर डिजिटल तक विभिन्न मिडिया चैनलों का पता लगाने, उनके ज्ञान
और कौशल को व्यापक बनाने में सहायता प्रदान कर सकेगा, साथ ही विद्यार्थियों में संचार कौशल को भी बढ़ावा देगा।
कोर्स कोड: PSHITC405
शीर्षक- हिंदी का कालजयी साहित्य (क्रेडिट-4)
इस पाठ्यक्रम से छात्र कालजयी रचनाओं के गहन अध्ययन द्वारा साहित्य की समृद्ध परंपरा को समझ सकेंगे। इससे उन्हें भाषा
और साहित्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक परंपराओं के बारे में जानकारी मिल सकेगी। कालजयी साहित्य के अध्ययन से
भाषा की गहराइयों और सूक्ष्मताओं को समझने में सहायता मिल सकेगी। इससे छात्रों का भाषाई कौशल और लेखन शैली में
सुधार हो सकेगा। कालजयी साहित्य समाज, संस्कृति और मानव मूल्यों का दर्पण होता है। इससे विद्यार्थियों को भारतीय
संस्कृति, दर्शन और समाज के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद मिल सकेगी।
Course Outcome
Semester-I st
Course Code - PSHITC101
Title – Bhartiya Kavya Shastra (Credits-6)
This paper aims to enable the students to understand the basic principles of Indian Poetic.
Course Code - PSHITC102
Title - Hindi Sahitya Ka Itihas (upto Reetikaal) (Credits-6)
To provide the knowledge of history of different periods on Hindi literature (upto Reetikaal) to
the students.
Course Code- PSHITC103
Title – Prachin Avam Bhakti Kavya (Credits-6)
Studying these poems provides insights into the rich cultural and historical heritage of India. It
allows students to connect with their roots and understand the societal values, beliefs, and
traditions of earlier times. Many of these poems convey moral and spiritual messages.
Course- PSHITC104
Title – Reeti kaleen Kavya (Credits-6)
This course allows students to explore and understand the socio - cultural dynamics, issues and
sentiments of contemporary India through Reetikaleen Poetry. Analysing contemporary poetry
encourages critical thinking and interpretation enhancing student's analytical skills. It enriches
their language skills, critical thinking and cultural awareness, while also offering research
opportunities.
Semester- IInd
Course Code - PSHITC201
Title – Paschatya Kavya Shastra (Credit-6)
This paper aims to enable the students to understand the basic principles of Western theory of
literature. It introduces students to different literary traditions, genres and techniques from the
Western world enriching their understanding of literature as a whole learning about Western
poetics can inspire students to experiment with new forms and styles in their own Hindi poetry.
Course Code - PSHITC202
Title -Hindi sahitya Ka Itihas:Adhunik Kaal (Credit-6)
To provide the students the knowledge of history, new trends and tendencies of Hindi literature.
Course Code - PSHITC203
Title- Swatantrata purav Hindi Kavita (Credit 6)
It provides insight into the cultural and historical context of india during the freedom struggle,
helping students understand the Socio-Political background of that era. It offers a unique
perspective on india's struggle for independence allowing students to gain a deeper
understanding of the Nation's history.
Course Code - PSHITC204
Title- Swatantrayottar Hindi Kavita (Credit-6)
This course will help the student to understand the social, political, and cultural changes that
took place after Indian independence. Because the poetry of that time is an echo of these
changes. Through the works of various poets such as Nagarjuna, Muktibodh, Kedarnath Singh,
etc., the students will not only be exposed to the diversity of thoughts but will also get a deeper
understanding of their personal and national experiences. In addition, this course will help in
enhancing critical and analytical abilities, which will enable them to critically study literary
works. They can also develop their own creativity through this study.
Semester - IIIrd
Course Code - PSHITC301
Title – Bhasha Vigyan (Credit -5)
This course is designed to impart the knowledge of various theoretical aspects of linguistic such
as Phonology, Morphology of Hindi language.
Course Code - PSHITC302
Title – Hindi kathasahitya (Credit -5)
This course is to unable the students to understand the various aspects of socio-cultural diversity
through its literature.
Course Code - PSHITC303
Title - Hindi Nibandh Aur Aalochna (Credit -5)
This course encourage students to express their thoughts, ideas and opinion effectively in Hindi
enhancing their communication skills critique involves analysing and evaluating literary works,
fostering critical thinking and analytical abilities. Essay on various topics in Hindi can provide
insight into Indian culture, history and social issues.
Course Code - PSHITC304
Title – Bhartiya Sahitya (Credit-5)
This course provides insight into the rich cultural and historical heritage of India, helping
students better understand their own culture and traditions. Reading Indian literature enhances
vocabulary and comprehensive skills in Hindi, as it often includes complex and diverse
language styles. Analyzing and interpreting Indian literature encourage critical thinking and the
development of analytical skills. It helps students connect with their cultural roots, fostering a
sense of identity and belonging. Bhartiya Sahitya plays a vital role in the holistic development
of students, offering them a deeper understanding of their language culture and literature.
Course Code - PSHITC305
Title- Hindi Sahitya: Samanya Parichy (Credit -4)
It can foster a deeper appreciation of Hindi literature and it's cultural significance. It is also help
in gaining insights into Indian culture, history and societal values.
Semester- 4 th
Course Code- PSHITC401
Title- Hindi Natak Avam Rangmanch (Credit -5)
This course helps candidates improve their Hindi language skills, including vocabulary,
grammar and pronunciation. Plays often explore complex themes and literary techniques.
Theatre is a reflection of society and culture. Hindi Natak and Rangmanch provide insights into
Indian culture, traditions, and social issues, which is relevant for candidates studying Hindi
literature and language acting in plays or writing scripts fosters can develop the ability to
convey emotions and ideas effectively, which is valuable in exams and daily life. Participating
in theatre build confidence and encourages creative thinking. This course can be valuable to
candidates, helping them to improve language skills, gain cultural insights and develop valuable
life skill.
Course Code - PSHITC402
Title- Kathakar PremChand (Credit-5)
Premchand's stories/Novel often explore societal and cultural issues in India. Premchand works
can poster love for literature and reading, which is a valuable lifelong skills. Premchand's works
can be highly beneficial for students, as it can enhance their language skills, cultural awareness
and analytics abilities.
Course Code- PSHITC403
Title- Lambi Kavita Avam Hindi Gazal (Credit-5)
Studying these forms of literature helps candidates develop critical thinking and analytical
skills, which are proves for understanding and interpreting literary texts.
Course Code- PSHITC404
Title- Jansanchar Avam Anuvad (Credit-5)
It helps candidiates improve their language proficiency, including Hindi, as translation skills are
honed during the course. It opens up diverse career opportunities in fields such as journalism,
content writing, translation and media, where proficiency in Hindi is highly valued. Studying
mass communication allows candidates to explore various media channels, for print to digital,
broading their knowledge and skills. It enhances candidates communication skills.
Course Code - PSHITC405
Title- Hindi Ka Kaljayee Sahitya (Credit-4)
This course will enable students to understand the rich tradition of literature through an in-
depth study of classic literature. This will help them gain knowledge about the historical and
cultural traditions of language and literature. Studying classics literature will help them
understand the depths and subtleties of language. This will improve the linguistic skills and
writing style of students. Classics literature are a mirror of society, culture and human
values. This will help students understand various aspects of Indian culture, philosophy and
Name | Designation | Qualification | Specialization | Contact Info. |
---|---|---|---|---|
Prof. Rajni Bala | Professor & Head | Ph. D. | Ajneya Sahitya, Lambi Kavita | E-mail: rbalajmu@gmail.com EPABX: Mobile No.: 9419106436 , 9622865436 |
Dr. Parshotam Kumar | Assistant Professor | Ph. D. | Hindi Upanyas | E-mail: parshotam0086@gmail.com EPABX: Mobile No.: 9419104386 |
Dr. Bandana Thakur | Assistant Professor | MA, M.Phill, Ph.D | Hindi Drama | E-mail: thakurbandana469@gmail.comEPABX: Mobile No.: 7006721954 |
Dr. Bhagwati Devi | Assistant Professor | PH.D | Hindi Literature | E-mail: drbhagwativ@gmail.comEPABX: Mobile No.: 7051894197 |
Dr. Koshika Sharma | Assistant Professor | Ph.D | Hindi Literature | E-mail: sharmakoshika78@gmail.comEPABX: Mobile No.: 7889583970 |