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Cradled in the lap of mountains at the foothills of auspicious Trikuta, besides the river Tawi at an altitude of 1030 ft. is Jammu. This 'city of temples' has many places...
हिन्दी दिवस के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट आभासीय व्याख्यान का आयोजन
जम्मू विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा हिन्दी दिवस के अवसर पर 26 सितंबर 2024 को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. विवेक मणि त्रिपाठी , उपाचार्य ( हिन्दी) , क्वान्ग्तोंग भाषा विश्वविद्यालय , चीन रहे। सर्वप्रथम विभागाध्यक्ष प्रो. रजनी बाला, हिन्दी विभाग, जम्मू विश्वविद्यालय, जम्मू ने मुख्य वक्ता का विधिवत स्वागत करते हुए चीन में हिन्दी भाषा एवम् भारतीय संस्कृति के प्रति उनके अतुलनीय योगदान की प्रशंसा की। मुख्य वक्ता ने "भारत चीन सांस्कृतिक संबंध में हिन्दी की भूमिका " विषय पर अपने विशिष्ट व्याख्यान में चीन में हिन्दी के स्वरूप और उसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत-चीन सांस्कृतिक संबंधों में हिंदी की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है। हिंदी भाषा न केवल दोनों देशों के बीच संवाद का माध्यम बन रही है, बल्कि सांस्कृतिक, साहित्यिक और बौद्धिक आदान-प्रदान को भी सशक्त कर रही है। हिंदी के माध्यम से भारत और चीन के बीच भविष्य में और भी गहरे संबंध स्थापित होने की संभावना है, जिससे दोनों देशों की सभ्यताओं के बीच समझ और सहयोग का विस्तार होगा। चीन में हिन्दी अनुवाद का विशेष महत्त्व है, जो विभिन्न क्षेत्रों में सांस्कृतिक, शैक्षणिक और आर्थिक संबंधों को सुदृढ़ करता है।
हिन्दी अनुवाद चीन में केवल भाषा के रूप में नहीं बल्कि सांस्कृतिक और व्यावसायिक पुल के रूप में कार्य करता है, जो दोनों देशों के बीच संबंधों को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण है। भारत और चीन की संस्कृति विश्व प्राचीनतम सभ्याताओं में स्थान रखती है। यह दोनों देश सुखद उदहारण के रूप में प्रस्तुत किए जा सकते हैं क्योंकि इनके सांस्कृतिक आदान - प्रदान तीन हज़ार वर्ष पुराने है। इस व्याख्यान की महत्वपूर्ण उपलब्धि यह रही कि विभाग के शोधार्थियों व विद्यार्थियों ने अपनी जिज्ञासाएँ डॉ. मणि के समक्ष रखीं। उनके उत्तर देते हुए विशिष्ट वक्ता ने हिन्दी विद्यार्थियों के लिए रोजगार के अवसर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुझाए इस अवसर पर हिन्दी विभाग के डॉ. परषोतम कुमार ( उपाचार्य) उपस्थित रहे । इस समारोह में डॉ. निशा ( संविदा ) इस आयोजन में विद्यार्थी, शोधार्थी और विभिन्न संस्थानों से जुड़े विद्वान भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. भगवती देवी ( सहायक आचार्य) ने किया, और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. बंदना ठाकुर ( सहायक आचार्य) ने व्यक्त किया।
हिन्दी विभाग, जम्मू विश्वविद्यालय, जम्मू द्वारा नवागंतुक समागम समारोह प्रथम सत्र 2024 - 25 'हिन्दी: अनंत संभावनाओं का क्षितिज' विषय पर दिनांक 6 अगस्त 2024 को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम विभागाध्यक्ष प्रो. रजनी बाला ने विशिष्ट वक्ता और मुख्य अतिथि एवम् सभागार में उपस्थित विद्यार्थियों, शोधार्थियों व अध्यापकों का औपचारिक स्वागत किया। स्मृति चिह्न के रूप में विशिष्ट वक्ता एवम् अधिष्ठाता कला संकाय, जम्मू विश्वविद्यालय, जम्मू को फूलदान प्रदान किए गए। समागम समारोह में विशिष्ट वक्तव्य ब्रिगेडियर डॉ. विजय सागर धीमान द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिन्होंने हिन्दी व व्यावहारिक कौशल के महत्व और इसके प्रभाव पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हिंदी पठन - पाठन का उद्देश्य केवल अध्यापन तक सीमित नहीं है, किसी भी भाषा एवम् साहित्य में उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाला अभ्यर्थी भारतीय सैन्यबल में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर सकता है। उन्होंने बताया आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में, केवल शैक्षणिक योग्यता ही पर्याप्त नहीं है। आजीविका प्राप्त करने और उसमें सफल होने के लिए व्यावहारिक कौशल की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। व्यावहारिक कौशल में वे गुण हैं जो व्यक्ति को व्यावसायिक और व्यक्तिगत जीवन को प्रभावी बनाने में मदद करता है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रो. सुचेता पठानिया, अधिष्ठाता कला संकाय, जम्मू विश्वविद्यालय, ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन से नवागंतुक छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि मातृभाषा ही व्यक्तित्व का आधार है। विद्यार्थियों को कदम- कदम पर अपनी प्रतिभा को पहचानना है और उसे अपने गुरुजनों की प्रेरणा से विकसित करना है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में हिन्दी एवम् व्यावहारिक कौशल के महत्व को समझाना और उनके विकास हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान करना था। समारोह में छात्रों और शिक्षकों ने सक्रिय भागीदारी दिखाकर इस पहल की सराहना की।
कार्यक्रम में प्रथम सत्र, द्वितीय सत्र और शोधार्थियों ने सक्रिय भागीदारी की। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. कोशिका शर्मा और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. परषोतम कुमार द्वारा दिया गया।
Name | Designation | Qualification | Specialization | Contact Info. |
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Prof. Rajni Bala | Professor & Head | Ph. D. | Ajneya Sahitya, Lambi Kavita | E-mail: rbalajmu@gmail.com EPABX: Mobile No.: 9419106436 , 9622865436 |
Dr. Parshotam Kumar | Assistant Professor | Ph. D. | Hindi Upanyas | E-mail: parshotam0086@gmail.com EPABX: Mobile No.: 9419104386 |
Dr. Bandana Thakur | Assistant Professor | MA, M.Phill, Ph.D | Hindi Drama | E-mail: thakurbandana469@gmail.comEPABX: Mobile No.: 7006721954 |
Dr. Bhagwati Devi | Assistant Professor | PH.D | Hindi Literature | E-mail: drbhagwativ@gmail.comEPABX: Mobile No.: 7051894197 |
Dr. Koshika Sharma | Assistant Professor | Ph.D | Hindi Literature | E-mail: sharmakoshika78@gmail.comEPABX: Mobile No.: 7889583970 |