कार्यक्रम परिलब्धियां
पाठयक्रम की कार्यक्रम परिलब्धियां इस प्रकार होंगी:
PO1 आलोचनात्मक चिंतन
● विद्यार्थी स्वयं तथा अन्य लोगों द्वारा प्रस्तुत तर्कों को समझते हुए उनका मूल्यांकन करेंगें और उनकी सराहना करेंगें।
● विद्यार्थी यह निर्धारित कर सकेगें कि प्रस्तुत तर्क निगमनात्मक रूप से मान्य है या नहीं।
● विद्यार्थी रचनात्मक चिंतन की तकनीकों से परिचित हो सकेंगें तथा वैश्विक चुनौतियों के समाधान के साथ- साथ दैनिक समस्याओं के समाधान परिदृश्यों में उनके महत्व को समझ सकेंगें।
● विद्यार्थी जटिल समस्याओं के समाधान हेतु अपनी आलोचनात्मक दृष्टि विकसित करेंगें।
PO2 प्रभावी संचार
● विद्यार्थी साफ्ट कौशल/व्यावहारिक कौशल विकसित करते हुए हिन्दी के शब्द भंडार में सुधार करेंगें तथा भाषा के महत्व और उसकी प्रासंगिकता से भी परिचित होंगें।
● संचार के महत्वपूर्ण एवं जटिल कौशल: पठन, श्रवण एवं लेखन में सुधार तथा परिष्कार लाएंगे जो हर प्रकार से शैक्षणिक सफलता के लिए आवश्यक है।
● विद्यार्थी के भाषा कौशल में संशोधन करेंगे तथा उसे बुनियादी/आधार स्तर से मुख्य स्तर तक ले जाएंगे।
● हिन्दी विभाग गुणात्मक एवं मात्रात्मक दोनों मापदंडों पर विद्यार्थियों के संचार कौशल का विकास एवं मूल्यांकन कर सकेगा।
● पाठ्यक्रम विद्यार्थी के सीखने की शैली एवं क्षमता को समझते हुए अध्ययन के तरीके को व्यवहारिक बना सकेगा।
PO3 सामाजिक संपर्क
● विद्यार्थी सहयोगी सदस्य के रूप में समूह में कार्य करना सीख सकेंगे ।
● विद्यार्थियों में नेतृत्व का कौशल विकसित होगा।
● विद्यार्थी स्वैच्छिक क्षेत्र में सार्वजनिक सेवाएं प्रदान करने में सक्षम होंगे।
● सामाजिक संपर्क से विद्यार्थी शिक्षण के क्षेत्र में अपने ज्ञान तथा आलोचनात्मक दृष्टि को बढ़ा सकेंगे।
P04 प्रभावी नागरिकता
● कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य छात्रों को सक्रिय एवं संलग्न नागरिक बनाना है।
● विद्यार्थी सामाजिक कल्याण हेतु सक्रिय रूप से संग्लन होकर समाज को विकसित करने में अपना योगदान देंगे तथा समाज के प्रति अपनी सहानुभूतिपूर्ण चिंताओं को प्रदर्शित एवं व्यक्त करेंगे।
● विद्यार्थियों को उन कार्यक्रमों में संलिप्त करना जो सभी के लिए समानता के भाव को प्रोत्साहित करेंगे।
P05 नैतिकता
● नैतिक सिद्धांत विद्यार्थियों को समाज एवं पर्यावरण के प्रति नैतिक और जिम्मेदार होने के लिए प्रभावित और प्रेरित करेंगे।
● विद्यार्थी किसी भी तरह के निर्णय लेने में नैतिक सिद्धांतों को लागू करने की क्षमता विकसित करेंगे ।
● छात्रों को नैतिक निर्णय लेने के लिए विशिष्ट क्षमताओं और कौशल का उपयोग करने में सक्षम बनाएंगे।
PO 6 स्वनिर्देशित एवं जीवनपर्यन्त शिक्षा
● स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम से विद्यार्थियों में मानवता, भावनात्मक स्थिरता, आलोचनात्मक दृष्टि एवं सामाजिक न्याय से संबंधित मूल्यों एवं रोजगार के संबंध में कौशल विकास भी शामिल है।
● विद्यार्थियों में स्थिरता एवं जीवनपर्यन्त सीखने की निरंतरता को बनाए रखेगा।
● पाठ्यक्रम विद्यार्थियों में उचित निर्णय ले सकने की समझ विकसित कर सकेंगे,जिन्हें वे आगे चलकर अपने भविष्य में शिक्षा और जीवन में उच्च पैमाने पर अर्जित करना चाहते हैं।
PO 7अनुशासनात्मक ज्ञान
● विद्यार्थी अनुशासन का ज्ञान अर्जित व प्रदर्शित करने में सक्षम बन सकेंगे।
● सतत् विकास हेतु प्रौद्योगिकी के महत्व को समझेंगे।
● स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की विस्तृत श्रृंखला व्यक्तिगत उद्देश्यों एवं रुचियों को पूर्ण करने हेतु सुव्यवस्थित की गई है।
● कार्यक्रम में सीखने की व्यावहारिक प्रकृति विकसित की गई है ताकि विद्यार्थी अपने अनुभवों को मजबूत करते हुए इसे अपने जीवन में भी लागू कर सकेंगें ।
● स्नातकोत्तर कार्यक्रम विद्यार्थियों में उचित व जीवनोपयोगी ज्ञान एवं भविष्य में रोजगार देने में सक्षम होंगे।
Programme Outcome
The Programme Outcomes of courses collectively are as follow:
PO1. CRITICAL THINKING
Students will understand and appreciate arguments that they and other people present.
They will determine whether or not an argument is deductively valid.
Students will understand what creative thinking techniques are and comprehend their
importance in tackling global challenges as well as in everyday problem-solving
scenarios.
Students will learn to apply critical thinking skills to complex problems and will be
able to solve them
PO2. EFFECTIVE COMMUNICATION
Students develop soft skills; their vocabulary improves and they also realize the
relevance of languages.
Critical skills of communication-reading, listening and writing improve and polish which
are necessary for academic success in all discipline
The language skills of a student get improved and uplifts the student from a basic to a
core level.
We assess our student’s communication skills on both qualitative and quantitative
parameter.
The language courses understand the learning style, strengths and weakness of the
student and make the study patterns feasible.
PO3. SOCIAL INTERACTION
Students learn to work in groups as collaborating member and can also lead the teams.
They will also participate in the delivery of social and public services and voluntary
sector.
Social interaction improved their learning by enhancing their knowledge of literacy and
teaching and their critical thinking and problem-solving skills.
PO4. EFFECTIVE CITIZENSHIP
The core value of the programmes is to make our students active and engaged citizens.
Students display their empathetic concerns for society by getting actively involved in
social welfare programmes .
Students engage in initiatives that encourage equality and welfare for all.
PO5. ETHICS
The ethical theories influence and motivate the students to be moral and responsible to
the society and environment.
Students develop the ability to apply ethical principles in decision-making.
Enables a student to use specific capacities and skills to make moral decisions.
Articulate the relevant ethical values, principles, rights, and virtues from the point of
view of each stakeholder.
Able to compare and contrast ethical theories and evaluate them in terms of strengths
and weaknesses.
PO6. SELF-DIRECTED AND LIFELONG LEARNING
The post graduate attributes encompass values related to well-being, emotional
stability, critical thinking, social justice and also skills for employability. In other
words each programme prepares students for sustainability and life-long
learning.
The courses will help students in making an appropriate decision regarding the
goals that they wish to pursue in further education and life, at large.
PO7. DISCIPLINARY KNOWLEDGE
Students able to exhibit knowledge of the discipline.
Understand the importance and judicious use of technology for the sustainable
growth of mankind in synergy with nature.
These wide range of PG courses are designed to satisfy individual objectives and
interests.
The Learning Outcome approach has been adopted to strengthen student's
experiences as they engage themselves in the programme of their choice. The PG
Programmes will prepare the students for both, academics as well as employment.